देहरादून: खालिस्तान अमृतपाल सिंह की तलाश में कई राज्यों की पुलिस है। पंजाब से लेकर उत्तराखंड तक अलर्ट है। इस बीच रामनगर में G-20 की बैठक होने जा रही है। इसी बैठक के विरोध में सिख फोर जस्टिस ने खालिस्तान के सर्मथन में झंडे लगाने की धमकी दी है। प्रतिबंधित संगठन सिख फार जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत पन्नू ने रामनगर को खालिस्तान का हिस्सा बताया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मामला संज्ञान में आने पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जांच के आदेश दिए है। STF भी मामले की पड़ताल में जुट गई है। रामनगर में 28 से 30 मार्च तक G-20 सम्मेलन होने जा रहा है। जिसमें शिरकत करने के लिए देश-विदेश से विजिटर उत्तराखंड पहुंचेंगे। उत्तराखंड सरकार लगातार इसकी तैयारियों में जुटी है। सम्मेलन से ठीक पहले रविवार को पन्नू की इस तरह की धमकी भरे काल आने से पुलिस विभाग में हडकंप है। लोगों के पास विभिन्न भारतीय नंबरों से फोन आए।
इसमें पन्नू धमकी भरे अंदाज में पहले आने वाले मेहमानों को बोल रहा है कि रामनगर भारत का नहीं, बल्कि खालिस्तान का हिस्सा है। सिख फार जस्टिस रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट के अलावा बैठक के दौरान खालिस्तान के समर्थन में झंडे लगाएगा। इसके बाद वह मुख्यमंत्री को धमकी दे रहा है। कह रहा है कि यदि उत्तराखंड में उनके संगठन के लोगों पर मुकदमे दर्ज हुए तो इसके लिए जिम्मेदार मुख्यमंत्री होंगे।
रात तक यह मामला DGP अशोक कुमार के संज्ञान में आने के बाद STF ने उन तमाम नंबरों को ट्रेस करना शुरू कर दिया है, जिन पर इस तरह के रिकार्डेड काल आए। साथ ही उस नंबर भी जानकारी जुटाई जा रही है, जिससे ये रिकार्डेड काल की गई। 15-16 मार्च को पंजाब के अमृतसर जिले में संपन्न हुए जी-20 सम्मेलन के दौरान भी गुरपतवंत पन्नू का धमकी भरा वीडियो वायरल हुआ था। VIDEO में उसने मुख्यमंत्री भगवंत मान और देश के गृह मंत्री अमित शाह को धमकी दी थी। पन्नू इससे पहले भी वीडियो जारी कर जी-20 के प्रतिनिधियों के समक्ष प्रदर्शन की बात कह चुका है।