Thursday , 13 March 2025
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उत्तराखंड : IIFA अवार्ड से सम्मानित जुबिन नौटियाल का देहरादून में भव्य स्वागत

देहरादून: उत्तराखंड के प्रतिभाशाली गायक जुबिन नौटियाल ने एक बार फिर अपनी सुरीली आवाज से देश-दुनिया में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। हाल ही में उन्हें आईफा अवार्ड से सम्मानित किया गया, और यह अवार्ड पाने के बाद जब वे पहली बार देहरादून पहुंचे, तो जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उनके चाहने वालों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत

जुबिन नौटियाल के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में प्रशंसक पहुंचे थे। जौनसार के लोक कलाकारों की टीम भी पारंपरिक वाद्ययंत्रों और नृत्य के साथ मौजूद रही। स्कूली बच्चे भी अपने चहेते सिंगर को देखने और बधाई देने पहुंचे थे। जुबिन के माता-पिता भी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने। उनके पिता राम शरण नौटियाल ने इसे पूरे उत्तराखंड का सम्मान बताया और कहा कि जुबिन की मेहनत और प्रशंसकों के प्यार की बदौलत यह मुकाम हासिल हुआ है।

 

दूसरी बार मिला आईफा अवार्ड

जुबिन नौटियाल ने आईफा अवार्ड दूसरी बार जीता है। यह किसी भी कलाकार के लिए बड़ी उपलब्धि होती है, क्योंकि इस अवार्ड को पाने के लिए लोग सालों मेहनत करते हैं और कई लोग इसे पूरी जिंदगी भी हासिल नहीं कर पाते। जुबिन ने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम पाया है।

संगीत की दुनिया में शानदार सफर

जुबिन नौटियाल का जन्म 14 जून 1989 को उत्तराखंड के देहरादून में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा देहरादून के सेंट जोसेफ्स अकादमी में हुई। उन्होंने बचपन से ही संगीत की ओर रुझान दिखाया और बाद में मुंबई जाकर औपचारिक रूप से संगीत की शिक्षा ली।

उनका करियर 2014 में “एक मुलाकात” (सोनाली केबल) गाने से शुरू हुआ, लेकिन “जिंदगी कुछ तो बता” (बजरंगी भाईजान) ने उन्हें पहली बड़ी पहचान दिलाई। इसके बाद उन्होंने बेखयाली (कबीर सिंह), रातां लंबियां (शेरशाह), तुम ही आना (मरजावां), लुट गए, दिल गलती कर बैठा है जैसे सुपरहिट गाने गाए और भारतीय संगीत जगत में अपनी एक अलग जगह बनाई।

जुबिन के अब तक के प्रमुख अवार्ड और सम्मान

  • मिर्ची म्यूजिक अवार्ड (2015) – बेस्ट अपकमिंग मेल वोकलिस्ट
  • गिआमा अवार्ड (2017) – बेस्ट प्लेबैक सिंगर
  • आईफा अवार्ड (2022, 2024-(25) – बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर
  • फिल्मफेयर अवार्ड नॉमिनेशन – रातां लंबियां और तुम ही आना के लिए
  • यूथ आइकॉन अवार्ड (उत्तराखंड सरकार द्वारा सम्मानित)

अपनी जड़ों से जुड़े जुबिन

हालांकि जुबिन नौटियाल बॉलीवुड के सबसे सफल गायकों में से एक बन चुके हैं, लेकिन वे हमेशा अपनी उत्तराखंडी संस्कृति और जड़ों से जुड़े रहे हैं। उन्होंने उत्तराखंड के पारंपरिक लोकगीतों को भी प्रमोट किया है और कई पहाड़ी गाने गाए हैं। स्वागत के दौरान जुबिन ने कहा कि वे आने वाले समय में और भी बेहतरीन गाने लेकर आएंगे और अपनी आवाज से अपने प्रशंसकों का मनोरंजन करते रहेंगे।

“यह अवार्ड मेरे फैंस और उत्तराखंड को समर्पित” – जुबिन

देहरादून पहुंचने के बाद जुबिन ने कहा, “यह अवार्ड केवल मेरा नहीं, बल्कि मेरे फैंस, मेरे माता-पिता और उत्तराखंड के हर संगीत प्रेमी का है। आपकी दुआओं और प्यार ने ही मुझे यहां तक पहुंचाया है।”

About प्रदीप रावत 'रवांल्टा'

Has more than 19 years of experience in journalism. Has served in institutions like Amar Ujala, Dainik Jagran. Articles keep getting published in various newspapers and magazines. received the Youth Icon National Award for creative journalism. Apart from this, also received many other honors. continuously working for the preservation and promotion of writing folk language in ranwayi (uttarakhand). Doordarshan News Ekansh has been working as Assistant Editor (Casual) in Dehradun for the last 8 years. also has frequent participation in interviews and poet conferences in Doordarshan's programs.

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